Sunday, December 2, 2018

तो तुम रो देना

देखना हजारो सपने, एक भी पूरा हो जाए तो तुम रो देना,
जाना किसी नई जगह, कोई अपना मिल जाए तो तुम रो देना,

जलती मोमबत्ती पकड़ लेना, वो पिगल जाए तो तुम रो देना,
तेज बारिश में तितली देखने को मिल जाए तो तुम रो देना,

भीड़ चली शहर साफ करने, नियत साफ मिल जाए तो तुम रो देना,
वादे निभाते है लोग इश्क में, कोई साथ निभा जाए तो तुम रो देना,

शराब उसका कुछ नही बिगाड़ शकती, वो बर्फ़ निगल जाए तो तुम रो देना,
काट दिए है पऱ पंछियों के, फिर भी वो उड़ जाए तो तुम रो देना,

आँसु बन स्याही बहती चली, कलम रुक जाए तो तुम रो देना,
एक दिन आये हम सो जाएं और उठ ना पाए तो तुम रो देना।
- निशांक मोदी